Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Yogesh Suhagwati Goyal

Others

5.0  

Yogesh Suhagwati Goyal

Others

वेदना और कलम

वेदना और कलम

1 min
25.7K


जब सारे रास्ते बंद हो जायें, कोई राह नहीं सूझे

मन में दबी वेदना, कलम से, आंसू छलकाती है


कभी रिश्तों की मजबूरी, कभी उमर के बीच दूरी

अपनी जुबान बंद रखने को, मजबूर हो जाते है

अदब की मांग और कभी, तहज़ीब झुका देती है

कभी वक़्त गलत मान, खुद ही चुप रह जाते हैं


कुछ, औरों की ख़ुशी जलाके, घर रौशन करते हैं

दिखाते अपना हैं, पर मन से हमेशा दूर रखते हैं

चुप्पी साध अपनी खामीयों पर, आवरण ढकते हैं

अपनी बातें मनवाने को, नित नये ढोंग रचते हैं


लेकिन जब कभी, किसी भ्रम का भांडा फूटता है

अचानक आई सुनामी से सबके तोते उड़ जाते हैं

शांति से चलती ज़िंदगी से किस्मत रूठ जाती है

हकीकत सामने आते ही, सभी बेहाल हो जाते हैं


असहनीय स्थिति और मुमकिन नहीं काबू रखना

कवि वेदना व्यक्त करने को कलम पकड़ लेते हैं

पीड़ा ऐसे अंदाज़ से अपने अंजाम तक पहुँचती है

शब्द इंसानों को नहीं, कागजों में दम तोड़ देते हैं


“योगी” वेदना का कलम के साथ अजब संयोग है

कहीं कोई आहत नहीं, गुबार भी निकल जाता है।


Rate this content
Log in