उम्मीद
उम्मीद
बन एक तारा,
कर उम्मीद गगन की,
ध्रुव तारा बन,
कर रौशन जग सारा !
नभ मंडल की आभा जैसे,
सूर्य, चंद्रमा और आकाश हमारा,
ध्रुव तारा बन, कर रौशन जग सारा !
चाँद की शितलता, और,
सूर्य की ज्वाला,
कर प्रकाशित, विश्व बन उजाला !
बन एक तारा,
कर उम्मीद गगन की,
ध्रुव तारा बन,
कर रौशन जग सारा !
नभ मंडल की आभा जैसे,
सूर्य, चंद्रमा और आकाश हमारा,
ध्रुव तारा बन, कर रौशन जग सारा !
चाँद की शितलता, और,
सूर्य की ज्वाला,
कर प्रकाशित, विश्व बन उजाला !