तू परवाह न कर
तू परवाह न कर
तू परवाह न कर मैं हद से गुजर जाऊंगा
जो थामा है हाथ, तो सितारों तक साथ आऊंगा ।।
मेरे वादे को तू सरकारी ऐलान ना समझ
मैं कोई पानी नही जो आकार देखकर ढल जाऊंगा ।।
लोग बदलते है, मैंने भी सुना है
पर यकीन रख, मैं कोई सरकार नहीं जो बदल जाऊंगा ।।
रहे होंगे कुछ करम पाक मेरे की खुदा ने ये जिंदगी बख्स दी
मैं इतना भी बदनसीब नहीं कि एक जन्म और पा लूंगा ।।
मेरे दुश्मनों से कह दो कि अब अपनेपन का स्वांग छोड़ दे
मैं इतना भी बेहया नहीं कि फिर तुम्हारे गले लग जाऊंगा ।।