भूल जाता हूँ
भूल जाता हूँ
भूल जाता हूँ अक्सर,
ज़िन्दगी की भागदौड़ में,
मेरा एक घर भी है,
भूल जाता हूँ!
वो बचपन, वो गलियाँ,
वो घर पुराना-सा पर अपना,
सब पीछे छोड़ आया हूँ,
घर पीछे छोड़ आया हूँ!
याद करता भी हूँ,
तो भी हताश-सा हो जाता हूँ,
क्योंकि ज़िन्दगी का फलसफा,
वापस लौट नहीं सकता!
इसलिए अकेला मदमस्त रहता हूँ,
रोता भी हूँ अक्सर,
रोकर भूल जाता हूँ,
घर भूल जाता हूँ!