कल फाँसी का फंदा न बन जाए
कल फाँसी का फंदा न बन जाए
जियो मेरे भाई
खूब जियो जी भर के
मगर अब हमे बख्श दो !
लूटो मेरे भाई
खूब लूटो दिल खोल के
मगर दूसरों को जीने तो दो !
फेंको मेरे भाई
कितना भी फेंको मगर
देश कि इज्जत तो बख्श दो !
जियो मेरे भाई
खूब जियो जी भर के
मगर अब हमें बख्श दो !
लुटा मेरे भाई
खूब लूटा दिल खोल के
मगर दूसरों को जीने तो दो !
सुनो मेरे भाई
किसी की मत सुनो मगर
मेरे देश के लोकतंत्र को भख्श दो !
देखो ! मेरे भाई
भगवान के घर देर हैं,अंधेरी नहीं
समय बड़ा बलवान
किसी का गुलाम नहीं !
सोचो ! मेरे भाई हमें डर हैं कि ...
कुर्सी का लालच कहीं हैवान ना बना दे
यही घमंड कल फाँसी का फंदा न बन जाये !