माता पिता
माता पिता
यदि माँ होती
तो मैं भी न होता
पिता भी न होते
तो मैं भी न होता
माता पिता यदि
गर न होते तो
हमारा कहीं कोई
अस्तित्व न होता
माँ तो है जननी
गुरू भी तो माँ है
दुख दर्द को हरने
की ममता भी माँ है
दुख दर्द सहने की
क्षमता भी माँ है
गर्भ मे संतान
रखती है माँ ही
बेटी बेटा मे भी
भेदभाव नही
कभी करती है
बेटी का मार्गदर्शक
माँ ही होती है
बेटे के लाड प्यार मे
कमी नही करती है
पिता न होते तो
माँ भी न होती
माँ तो सभी कुछ
घर को संभालती है
पिता घर के पालक हैं
घर खर्च का पूरा
दायित्व संभालते हैं
खेतो मे जाकर
हल भी चलाता हैं
सेना मे सीमा मे
पहरा भी देता हैं
मौके पर सीने मे
गोली भी खाते हैं
माता पिता बिन
जीवन अधूरा है
न्याय के तराजू मे
दो माता पिता है
रथ के दो पहिये
माता पिता है
मंजिल को पाने
दोनो साथ चलते है
माता पिता दोनो
ही बराबर है
दोनो के बिन
गुजारा नही है ।
दोनो बिना जीवन
बिल्कुल अधूरा है