याद आता है मुझे....
याद आता है मुझे....
याद आता है मुझे, वो कल्पना का समुद्र, वो आशाओं की नदी, वो मुसीबतों के बादल, वो बारिश की चादर,
याद आता है मुझे। वो चिड़ियों का चहकना, वो फूलों का महकना, वो हवा का बहकना, वो फिज़ाँ का ठिठकना,
याद आता है मुझे। वो मक्के की रोटी, वो सरसों का साग, वो तिल की चटनी, वो नमक की बटनी,
याद आता है मुझे। वो ट्रेन की पटरी पर चलना, वो मेरा नदी में मछली पकड़ना, वो साईकिल की रेस, वो मुसीबतों के केस, याद आता हैं मुझे, वो दोस्तों के लिऐ झगड़ना, वो ख़ुशियों को पकड़ना, वो क्रिकेट की मस्ती, वो आलू चाट सस्ती,
याद आता है मुझे। वो गर्मियों के दिन, वो दोस्तों के संग, वो जामुन का तोड़ना, वो अखरोट का फोड़ना,
याद आता है मुझे। वो पढ़ने की झलक, वो स्कूल जाने की ललक, वो टीचरों की मेहनत, वो हमारी हूक़ूमत,
याद आता है मुझे।