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प्रियंका दुबे 'प्रबोधिनी'

Children Inspirational

2.5  

प्रियंका दुबे 'प्रबोधिनी'

Children Inspirational

" नदी जीवन "

" नदी जीवन "

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(१)

नदी जीवन हमारी है इसे हरपल बचायेंगे,

बनाएँगे इन्हें निर्मल न नाले अब बहायेंगे।

कसम खायें चलो आओ कि मिलकर हम दुबारा से-

किनारों पर लगाकर वृक्ष जलधारा बढ़ायेंगे।।


(२)

पुरातन आस्था के संग, फिर इतिहास आएगा,

मिटेगी गन्दगी सारी, हरित सौंदर्य आएगा।

कि सांसे घुट रही इनकी बचाना भी जरूरी है--

करेंगे साफ नदियों को इन्हें फिर सांस आयेगा।।


(३)

कसम खाओ न फेकोगे कुड़ा तुम तो नदियों में,

बसाओगे इन्हे दिल में बसे अब जान नदियों में।

सभी से है निवेदन अब कि इक संकल्प सब करलो--

न डालेंगे कभी कचरा कि अपने घर का नदियों में।।



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