वीर सैनिक
वीर सैनिक
गर्मी हो या सर्दी
हो आंधी या बरसात,
हर दुर्गम परिस्थिति को सह जाते हैं।
अपने देश की शान..
और सुरक्षा के ख़ातिर,
जान तक न्योछावर कर जाते हैं।
वह सरहद पर करते...
सुबह-शाम निगरानी,
तभी घरों में चैन से हम सो पाते हैं।
देश की ख़ातिर खुद को...
बलिदान कर,
अपना फर्ज़ निभाते हैं।
दुश्मनों से लड़ते हुए लहू का...
हर इक कतरा बहा कर,
धरती माँ का कर्ज चुकाते हैं।
है उनका भी परिवार अपना...
फिर भी अपने देशवासियों से,
हर रिश्ता ईमानदारी से निभाते हैं।
है नमन तुम्हें ऐ वीर जवानों...
न कर्ज़ तुम्हारा,
चुका पाएंगे।
पर्वत, नदियां, सरहदें भी...
तुम्हारे शौर्य और बलिदान,
की गाथाएं सुनाएंगे।