क्यों ना हम कुछ करें
क्यों ना हम कुछ करें
हम हमेशा यह क्यों सोचते हैं कि
देश ने हमारे लिए क्या किया,
कभी हम यह क्यों नहीं सोचते कि
हमने देश के लिए क्या किया,
क्यों नहीं हम सब भी कुछ करें
अपने देश की परंपरा को न भूलें।
अपने देश की रक्षा का
कर्तव्य हमारा भी है,
औरतों का, बेटियों का सम्मान करें,
रास्तों पर कचरा न फेकें ना ही थूकें,
अपने से बड़ों का सम्मान करें।
कहीं कुछ गलत हो रहा हो
तो आवाज़ उठायें,
दीवारों पर कुछ गलत न लिखें
नोटों पर ना लिखें,
अपने माता-पिता की सेवा करें
उनका आशीर्वाद लें।
कभी घमंड ना करें दौलत का
अपने अमीर होने का,
रिश्तों का मान करें।