अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना है
वक्त के हाथों से मोती को पाना है
ढूंढ़ना है कहाँ मेरी मंज़िल का ठिकाना है
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना है।
दुनिया की भीड़ में कहीं खो न जाऊँ
मुश्किलों से डरकर साहस छोड़ न जाऊँ
अपने इस डर को मुझे झुठलाना है
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना है।
ज़िंदगी गहरे सागर के समान है
हर तरफ एक उठता हुआ तूफ़ान है
नैया को सुरक्षित किनारे पर पहुँचाना है
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना है।
ज़िंदगी के नूर को बरकरार रखना है
फलक को छू कर खुशियों को समेटना है
मंज़िल पर अपना परचम लहराना है
अँधेरे रास्तों को चीर कर जाना है।