वो...
वो...
मैं भूल नहीं सकती पर
वो मेरी हर बात भूल जाता है|
न जाने क्यों उससे रुठकर भी
उसीसे बात करने का मन करता है|
मैं उससे जितना दूर जाने की कोशिश करती हूँ,
वो उतना ही मेरे पास आता है|
पता नहीं ये बात कुछ और है
ऐसा दिल बार-बार क्यों कहता है?
मैं भूल नहीं सकती पर
वो मेरी हर बात भूल जाता है|
न जाने क्यों उससे रुठकर भी
उसीसे बात करने का मन करता है|
मैं उससे जितना दूर जाने की कोशिश करती हूँ,
वो उतना ही मेरे पास आता है|
पता नहीं ये बात कुछ और है
ऐसा दिल बार-बार क्यों कहता है?