कुदरत
कुदरत
रंग बिखेर देती है
कुदरत यूँ सलीके से।
सुंदरता यूँ बसती है
आँखों में खूबसूरती से।
एक अनोखा एहसास है
दिल में खिले इस फूल से।
नजरें चुरा ही लेती है
हसीन हुस्न बहारों से।
खुशबू मुझे खिंचती है
जिंदगी के लम्हों से।
रंग बिखेर देती है
कुदरत यूँ सलीके से।
सुंदरता यूँ बसती है
आँखों में खूबसूरती से।
एक अनोखा एहसास है
दिल में खिले इस फूल से।
नजरें चुरा ही लेती है
हसीन हुस्न बहारों से।
खुशबू मुझे खिंचती है
जिंदगी के लम्हों से।