हौसला
हौसला
तू पुर्ज़ा पुर्ज़ा तोड़े जा
मैं तिनका तिनका जोड़ूँगी
तू चप्पा चप्पा सब रख ले
मैं ज़र्रा ज़र्रा न छोड़ूँगी
तू लम्हा लम्हा बंजर कर
मैं पल पल दरिया मोड़ूँगी
तू रस्ता रस्ता पर्वत कर
मैं पर्वत पर्वत तोड़ूँगी
तू इंसां इंसां दुश्मन कर
मैं जन जन अपना खोजूँगी
तू जब तब जीना दूभर कर
मैं पग पग जीवन ओढ़ूंगी