मै चल पड़ा
मै चल पड़ा
मौत के दरिया से उठ कर,
खून का आँसू पी कर,
मै चल पड़ा
तेरे प्यार को पाने के लिए
लहरों से लड़कर,
सौ बार मरकर, जी कर,
मै चल पड़ा
तेरे प्यार को पाने के लिए
कांटों को गले लगाकर,
आग से दिल जलाकर,
मै चल पड़ा
तेरे प्यार को पाने के लिए
प्यार की चिंगारी दिल जलाती है
वह हमें खून के आँसू पिलाती है
यह सब पता है तब भी ,
मै चल पड़ा
तेरे प्यार को पाने के लिए...।