हमें आगे बढ़ना चाहिये
हमें आगे बढ़ना चाहिये
हमें आगे बढ़ना चाहिये,
पिछली बाते भुलाकर,
हो सकता है,
अतीत में हम सही ना हो,
पर शायद गलत भी ना हो।
फिर भी गलती वह बार-बार,
दोहरानी भी नहीं चाहिये,
हमें आगे बढ़ना चाहिये,
पिछली बाते भुलाकर।
नहीं दोहराना चाहिये,
वही इतिहास, अतीत मे गड़ा हुआ,
ऐसे मौसम तो कई आयेंगे
ऐसे मौसम तो कई जायेंगे।
नहीं सहलाने चाहिये उन जख्मों को,
जो नासूर बनते हों,
हमें आगे बढ़ना चाहिये,
पिछली बातें भुलाकर।
तबीयत आवारा हो या रंगीन,
नहीं पालने चाहिये ऐसे शौक,
जो किसी के दिल को तोडे़ें।
और अगर हों ऐसे शौक तो,
पहले खुद के दिल से खेले,
क्योंकि,
हमें आगे बढ़ना चाहिये,
पिछली बातें भुलाकर।