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Rewa Tibrewal

Romance

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Rewa Tibrewal

Romance

इन कागज़ के पन्नों पर

इन कागज़ के पन्नों पर

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आज कलम उठाया

तो मन हुआ की

जितना प्यार दिल

में भरा है

उतार दूं सारा

इस कागज़ पर,

ताकि फिर न

प्यार पाने की

इच्छा हो 

न खोने का गम ,

न दुरी का एहसास हो

न सांसो को 

सांसो की आस हो ,

न याद कर

आंखें नम हो

न दिल मे

खालीपन हो ,

न बाँहों मे

सिमटने की चाह हो

न धड़कनों को

धड़कनों से राह हो ,

बस इन कागज़

के पन्नों पर

बिखरे मेरे

आखरी चाह हो 

आखरी आह हो....


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