Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Salil Saroj

Drama

3  

Salil Saroj

Drama

कोई तो

कोई तो

1 min
296


कोई तो,

समय के भागते क़दमों में,

बेड़ियाँ डाल दो।


मैं अभी उगना चाहती हूँ,

पनपना चाहती हूँ,

खिलना चाहती हूँ।


सूरज से कुछ किरणें उधार लेकर,

घने बादल के पार की ,

हसीं दुनिया देखना चाहती हूँ।


मेरी गुड़िया को कुछ देर और

मेरी ज़रुरत है,

खेतों में जाके,

रंग बिरंगी तितली पकड़ने की।


मेरी हसरत है,

मैं अपने उड़ान की,

हद अभी देखना चाहती हूँ।


मेरी हथेली को अभी मेहँदी की नहीं,

हवाओं को पकड़ने की आश है,

मेरी तमन्ना लिखने को अभी,

कम लगता ये खुला आकाश है।


मैं अपने ख्वाओं में,

हज़ारों रंग भरना चाहती हूँ,

इस उम्र में माँ कहलाने से पहले,

कुछ बरस और मैं माँ कहना चाहती हूँ।


बापू को रुलाने से पहले, कुछ देर,

और मैं हँसना चाहती हूँ,

अभी शादी करने से पहले,

कुछ देर और मैं जीना चाहती हूँ।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama