मंजिल की चाह
मंजिल की चाह
यदि मंजिल पानी है, तो रुकावटों को हटाना होगा
लक्ष्य की ओर अपना, सकल ध्यान लगाना होगा।
ग़र पूरी सामर्थ्य से, लक्ष्य प्राप्ति हेतु जुट जाओगे
सारी कायनात साथ चलेगी, तुम भी जान जाओगे।
इन बातों पे कर विश्वास, मन दृढ़तासेलगाना होगा
यदि मंजिल पानी है, तो रुकावटों को हटाना होगा।
अगर तुम पूरी ताकत से, जुटोगे मंजिल पाने में
तो ईश्वर प्रयासरत होगा, मंजिल तक पहुँचाने में।
तुम मोती पा सकते हो, सिंधु तल तक जाना होगा
यदि मंजिल पानी है तो, रुकावटों को हटाना होगा।
जितना ऊँचा ध्येय हो, निशाना उससे ऊँचा रखना
लक्ष्य की प्राप्ति हेतु, निगाह निशाने पर ही रखना।
निश्चय और एकाग्रता से, लक्ष्य-फल तोड़ना होगा।
यदि मंजिल पानी है, तो रुकावटों को हटाना होगा
तुम अर्जुन ही बन जाना, अपने लक्ष्य को पाने में।
मात्र लक्ष्य पर आँख गड़ाना, निज मंजिल पाने में
सब को करके अनदेखा, ऊँचाइयों को छूना होगा।
यदि मंजिल पानी है तो, रुकावटों को हटाना होगा
लक्ष्य की ओर अपना सकल ध्यान लगाना होगा।