माँ, पापा अब क्यों नहीं आते
माँ, पापा अब क्यों नहीं आते
रात में उठकर,
जब वो पूछती अक्सर
माँ, पापा अब क्यों नहीं आते?
तो मैं अब खामोश रहती हूँ।
झूठ बोलने का वैसे भी अब
उस पर कुछ ख़ास असर नहीं होता,
हुनर सीख गयी है,
झूठ में से सच परखने का।
क्या बताऊँ उसको अब,
की उसके पापा छोड़ गए उसको
ताकि और कोई बच्ची
उठकर रात में,
ये नहीं पूछे की,
'माँ, पापा अब क्यों नहीं आते?'