अनमोल प्यार
अनमोल प्यार
पायल जैसी छमछम करती आयी जीवन में
तब से तुम ही बसी हो मेरे इस तन - मन में
धुंदली - धुंदली तुम्हारी शराबी ऑखों नमी
उनमें अगर मैं ना दिखूँ तो रह जायेगी कमी
मैं हूँ चाँद तुम्हारा, तुम हो मेरी चाँदनी
तुम अनमोल प्यार, तुम हो मेरी सजनी
सपनों में जो देखूं , वो हसीन परी तुम
ख्वाबों के रंगोंमें हो जाऐ हम कहीं गुम
बेरंगसी मेरी जिंदगी में तुम रंगीबेरंगी
तुम ही तो हो मेरा इंद्रधनुष सतरंगी
तुम बादलोंकी छाँव, तुम धूप सुनहरी
खुली जुल्फोंमें तुम आकर्षक, मनोहारी
देखूँ तुम्हारी तस्वीर जब झुकाऊँ पलके
दिल तड़पे तुम्हारे लिए, ह्रदय छलके
जो लब खोलूँ तो बोलू सिर्फ तुम्हारा नाम
इस हसीं शहर में हो जाऐ हम गुमनाम
सिवा तुम्हारे लगे ना और कोई भी प्यारा
तुम में ही तो सदा बसा हैं मेरा जहां सारा
ऐ मेरे अनमोल प्यार, होना ना कभी जुदा
समर्पित हूं मैं तुमको, हूं मैं तुम पर फिदा