अगर बस में मेरे होता
अगर बस में मेरे होता
आसमान से तारे तोड़ लाता
तेरे कदमों में जन्नत बिछाता
अगर बस में मेरे होता
तुझे दुनिया की सैर करा
एक नया ही जहां दिखलाता
तेरी राहों में फूल बिछाता
अगर बस में मेरे होता
तेरे ख़्वाब की हक़ीक़त बन
सपने सारे सच कर जाता
तेरे दर्द को खुद पर झेल जाता
अगर बस में मेरे होता
मैं खुद को तेरा आईना
और एक तस्वीर निराली बनाता
अगर बस में मेरे होता