आप चाहे कहें गगन के सब
आप चाहे कहें गगन के सब
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आप चाहे कहें गगन के सब
दास हैं उसकी अंजुमन के सब
हाथ शाने पे क्या रखा उसने
ज़ख्म भरने लगे बदन के सब
कब्र शायद करीब है मेरी
बंद खुलने लगे कफ़न के सब।