Pinky Shah
Drama
रिश्तों की महफिल में,
मुझे मिला एक रिश्ता,
नाम नहीं था कुछ भी उसका,
पर बन गया मेरे लिये ज़िन्दगी वो।
" एक सलाम माँ...
कामयाबी
शायरी
शायद
इनायत
महफ़िल - ए - श...
रब से दुआ
देव जी
सीख लिया है.....
थोड़ा है, थोड़े की जरूरत है, साखी सोच ज्यादा के चक्कर मे हुई, बहुतों की मौत थोड़ा है, थोड़े की जरूरत है, साखी सोच ज्यादा के चक्कर मे हुई, बहुतों की मौत
खास कानून की मजबूत होती कोई बेंत। हमारे स्वार्थ की बलि न चढ़ता, बेचारा पेड़। खास कानून की मजबूत होती कोई बेंत। हमारे स्वार्थ की बलि न चढ़ता, बेचारा पेड़।
उनके लिए दीवाली होती, सदा गरीब जो होते स्वार्थी, एकाकीपन का गीत उनके लिए दीवाली होती, सदा गरीब जो होते स्वार्थी, एकाकीपन का गीत
कभी दो छोरों के बीच ही सिमटती ज़िन्दगी। कभी दो छोरों के बीच ही सिमटती ज़िन्दगी।
आज गांवों में प्रातः जल्दी जाते है। स्थान विशेष से पीली मिट्टी लाते है।। आज गांवों में प्रातः जल्दी जाते है। स्थान विशेष से पीली मिट्टी लाते है।।
यह जिंदगी तो है, बहुत बड़ा समर सब्र से बड़ा नहीं कोई शस्त्र सुंदर यह जिंदगी तो है, बहुत बड़ा समर सब्र से बड़ा नहीं कोई शस्त्र सुंदर
यह कैसा है मिलन और कैसी जुदाई यह कैसा है मिलन और कैसी जुदाई
याद आते ही पुरानी यादें, हृदय में चुभते कांटे याद आते ही पुरानी यादें, हृदय में चुभते कांटे
सबसे प्रेम से रहो, प्रेम जिंदगी बही सुबह निकल गई, बस रात रह गई सबसे प्रेम से रहो, प्रेम जिंदगी बही सुबह निकल गई, बस रात रह गई
हम से अच्छे तो जानवर भी होंगे, दोस्तों। जो कम से कम, संतोष, सुकूं दिमाग रहे है।। हम से अच्छे तो जानवर भी होंगे, दोस्तों। जो कम से कम, संतोष, सुकूं दिमाग रहे ह...
आज खीर बनाकर, उन्हें भोग लगाते है जो इस सृष्टि के पालनहार कहलाते है आज खीर बनाकर, उन्हें भोग लगाते है जो इस सृष्टि के पालनहार कहलाते है
आज जो तुम्हारा नहीं है, कल वो किसी और का भी नहीं था... आज जो तुम्हारा नहीं है, कल वो किसी और का भी नहीं था...
बेईमान खुद से रहा ईमानदारी लोगों के हिस्से रही, बेईमान खुद से रहा ईमानदारी लोगों के हिस्से रही,
भाई बड़े बड़े व्यापार आ गये सबके अपने अपने॥ भाई बड़े बड़े व्यापार आ गये सबके अपने अपने॥
जिन्होंने मिटाया रात्रि का अंधेरा घना जिन्होंने मिटाया रात्रि का अंधेरा घना
पूरे दिन रहती है, वो बिना जलधारा पूरे दिन नहीं खाती एक भी निवाला पूरे दिन रहती है, वो बिना जलधारा पूरे दिन नहीं खाती एक भी निवाला
आस्था की शक्ति से पाप जायेंगे धुल। सौभाग्य के बंद द्वार भी जायेंगे खुल। आस्था की शक्ति से पाप जायेंगे धुल। सौभाग्य के बंद द्वार भी जायेंगे खुल।
रोशनी के आगे, अंत में जाता है, हार जब-जब एकत्रित हुए, सत्य सुविचार रोशनी के आगे, अंत में जाता है, हार जब-जब एकत्रित हुए, सत्य सुविचार
दिल में जो बात है उसे, तेरे होंठों पर आने दे, दिल में जो बात है उसे, तेरे होंठों पर आने दे,
महागौरी, महालक्ष्मिनी, ॐ नमः नारायणी, नमत्स्ये नारायणी, नमो नमो नारायणी । महागौरी, महालक्ष्मिनी, ॐ नमः नारायणी, नमत्स्ये नारायणी, नमो नमो नारायणी ।