मिल नहीं सकते
मिल नहीं सकते
तुमको खोने के डर से हर पल,
जिंदगी यूँ गुजर रही थी|
यूँ तो निडर हैं हम हर डर पर,
विजय पा लेते हैं|
पर ना जाने क्यों तू मेरी उन,
कीमती चीज़ों में से एक है,
जो हमको लगती दिल से बड़ी प्यारी है|
हर पल हर घड़ी रहती हमको तेरी फिक्र है,
तू दोस्त ही नहीं प्यार है मेरा,
तेरी जरूरत मुझे हर पल रहती है,
मेरी प्रेरणा भी तू है, मेरी खुशी भी तू;
तू जो है साथ तो ये सांसें चल रहीं हैं,
तू ना होगा तो ये सांसें थम जाएंगी|
तुम मुझे आज भी याद करते हो,
यह जानते हैं और मानते हैं हम,
तेरा मेरा प्यार और दोस्ती एक हकीकत थी,
कोई छलावा नहीं,
मिल नहीं सकते थे हम ये थी हमारी मज़बूरियाँ,
वरना ना तुम बेवफा थे ना हम बेवफा थे,
मंजिलें भी हमारी एक थी, रास्ते भी हमारे एक थे;
पर जुदा जुदा रहना एक दूजे से,
ये फैसला हम दोनों का था|