माँ बेटी का नाता
माँ बेटी का नाता
अगर मौका मिले तब भी
तेरा ऐहसान न चूका पाऊँगी,
रखा मुझे तूने सर आँखों पर
अपना सर मैं झुका दूंगी,
ख़ुद का हिस्सा खिलाया तूने
मैं उस हिस्से की सदा
लाज़ रखूंगी ,
साजन घर है जाना अब
पुराना रिश्ता भी साथ निभा लुंगी ,
अगर मौका मिला मुझे
तो माँ बन कर
तुझे और बेहतर समझने की
कोशिश करुँगी ।