नव वर्ष
नव वर्ष
हो रही एक नई भोर
सब दिश चहुँ ओर
वर्ष नव
हर्ष नव
जीवन उत्कर्ष नव।
पहर-पहर बदल रहे
घड़ी-घड़ी ढल रही
आस नव
विश्वास नव
जीवन विकास नव।
इस परिवर्तन की बयार में
नव वर्ष के खुमार में
रंग नव
उमंग नव
जीवन तरंग नव।
कुछ तू भी विचार ले
कुछ तो आज ठान ले
कल्प नव
विकल्प नव
जीवन संकल्प नव।
स्वागत नई चुनौतियों का
विश्वास उन पर विजय का
लगन नव
मगन नव
जीवन गगन नव।
नव वर्ष पर कहूँ 'कमल'
आप सभी से इस पल
अभिनन्दन नव
वन्दन नव
जीवन चन्दन नव।