कहाँ रहते हो आजकल
कहाँ रहते हो आजकल
सब पूछते है हमसे हर पल कहाँ रहते हो आजकल
है काम ही कुछ ज्यादा तबियत भी है खराब जरा सी
अब सब के आगे क्या रोना रोना अपनी परेशानियों का
इसलिए कुछ ना कुछ तो बताना पड़ता है
वैसे भी चल रहे है नवरात्रे पूजा पाठ भी करना होता है
कहते है सब दोस्तो को हम कि
अपना जीवन सुधार रहे है पूजा पाठ कर के
माँ हमारी कहती है मोबाइल साथ नही जाएगा
थोड़ा ईश्वर को भी याद कर लो
वरना उस घर मे कोई जगह ना मिलेगी
माँ की हर बात माननी पड़ती है
उससे लड़कर तकलीफ उसको देंगे और
खुद को भी होगी
इस लिए माँ दुर्गा की आराधना करते है
उसको भी खुश करते है और जननी को भी