गुरुवर
गुरुवर
जब आते हैं गुरुवर
बड़ा आनंद आता है जब आते हैं गुरुवर
भक्तों पर बरसाते हैं गुरुवर
गुरु पावन है मनभावन है
खुशियों का बरसता सावन है,
ऐसे गुरूवर को बारंबार प्रणाम है।
श्रद्धा का आकाश है अज्ञान का विनाश है
ब्रम्हदानी है महा ज्ञानी है,
सबसे गुरुवर दानी है,
भक्तों के लिए गुरु वरदानी हैं।
माया के पर्दे हटाते हैं
निजभक्ति में डूबोते हैं,
स्थिरता का संदेश है
आत्मा सुखों का सागर,
है भवपार कराते हैं,
दुखों को मिटाते हैं,
झरने की तरह झरते,
दुखों को हरते हैं।
गुरु पावन है मनभावन है
खुशियों का बरसता सावन है,
ऐसे गुरूवर को बारम्बार प्रणाम है।