तेरी और खींचे
तेरी और खींचे
ये बारिश का मौसम ये सावन का महीना
तेरी और खींचे मुझे तेरी और खींचे मुझे
नही लगता मेरा दिल किसी और काम मे
ये बूंदा बांदी हर पल हो रही ये बारिश का मौसम
ये दिल की ख्वाहिशें है तेरे संग घूमे हम
तेरे साथ चले जाएं हम कहीं दूर कहीं दूर
ये मन बावरा मेरा तेरे संग हर ख्वाब सजाये
काश आ जाओ तुम मेरी बाहों में सिमट जाओ तुम
मिलकर हम दोनों चलो नई दुनिया बसाये
सपने अपने अपने हम हकीकत में बदल लें
चलो आ जाओ तुम तोड़ कर सब बन्धन
ये बारिश का मौसम ये सावन का महीना