प्यार का एहसास
प्यार का एहसास
तुम सामने आती हो तो,
दिल ये थम सा जाता है।
धड़कनें जोर से धड़कती हैं,
पर शरीर कुछ जम सजाता है।
आसपास कुछ महसूस नहीं होता,
सब कुछ धुंधला दिखता है।
प्यार का वही गहरा एहसास,
दिल फिर से सीखता है।
एक बार होता होगा सबको,
मुझे तो हर बार हो जाता है।
तेरी एक झलक दिखाई दी तो,
फिर से वही प्यार हो जाता है।
कई दिनों से देखा नहीं फिर भी
हर रोज उसका दीदार होता है।
खुली आंखों के सामने कई चेहरे हैं
बंद आंखों में एक ही यार होता है।
छुआ था उसे मैंने अनजाने में तो,
कयामत का एहसास हुआ था।
सांसे भी बेकाबू हुई थी और,
दिल का फिर सत्यानाश हुआ था।
उफ्फ ! सी आवाज आयीं और,
मैंने दिल पर हाथ रखा था।
वह कत्ल करने आयीं थी,
अदाओं में भी साफ लिखा था।
इस बार तूफान है दिल में और
इजहार करने को भी तैयार है।
दिल पर हाथ रख कर बताना
यारों, क्या यही प्यार।