मेरा प्यारा शहर
मेरा प्यारा शहर
मेरा प्यारा शहर
मेरी जन्म भूमि ना हो चाहे
पर इस शहर में बसती मेरी जान है
इस शहर की गलियो में
गुजरा मेरा बचपन है
मेरी शिक्षा इस शहर में हुई है
और मेरे दोस्त इस शहर में है
यह शहर मेरी कर्म भूमि है
इस शहर से दूर जाने की इच्छा नही होती
ये है मेरा प्यारा शहर प्यारा शहर
इस शहर की मिट्टी की खुश्बू
रग रग में बसी हुई
इस शहर से मेरा
युगों युगों से नाता लगता मुझको
इस शहर का मौसम सब से अलग है
जो लगता मुझे सुहाना है
कुछ रोज के लिए दूर जो हो जाती हूँ
मन उदास से रहता है
इस शहर से दूर रहना मुझे भाता नही
ये है मेरा प्यारा शहर मुम्बई
जब भी इच्छा होती सैर कर
आते है हर मन्दिर की
ये शहर है मेरी जान मेरी पहचान ।