प्यार की राहों पर....
प्यार की राहों पर....
प्यार की राहों पर चलते चलते
कई मुसीबतों का सामना
करना पड़ता है.....
अपने ही दुश्मन बन जाते है
दीवारे खड़ी कर देते है प्यार
की राहों पर .....
प्यार पूरा ना हो पाए इस लिए
अपने कायदे कानून बना लेते है
मिल ना सके दो दिल जाने क्यों
यह चाहते है....
ये दीवारे तोड़कर भी जिनको
मिलना होता है मिल लेते है
और जो नहीं मिल पाते इस
जहां में उस जहां में मिल लेते है ....
माना कि प्यार बहुत कुछ है संसार में
पर प्यार की खातिर क्यों संसार त्यागना
और भी बहुत से काम है रिश्ते निभाने है संसार मे.....
प्यार सब कुछ नहीं जिंदगी के लिए
चलो जुदा जुदा हो जाते है हम भी अब
माना हमारा मिलन नही होगा कभी
हमारी रूहे तो एक दूजे में बसती है.....
इस जन्म नही तो फिर मिल लेंगे अगले जन्म में
शायद तब कोई दुश्मन ना हो हमारा
शायद तब हमारा मिलन मुमकिन हो.....
शिद्दत से हमने चाहा एक दूजे को
पर फिर भी हमारा मिलन मुमकिन नहीं
चलो अब जुदा जुदा हो जाये हम दोनों
और एक दूजे को भुला दे हमेशा के लिए.....