मेरी सनम मेरे हमदम
मेरी सनम मेरे हमदम
ओ मेरी सनम !
तुम ही हो मेरी पूनम,
तुम ही हो मेरी सनम,
तुम ही हो मेरी जानम,
तुम ही हो मेरी सोनम।
ओ मेरे हमदम !
तुम ही हो मेरे बलम,
तुम ही हो मेरे प्रीतम,
तुम ही हो मेरे मानम,
तुम ही हो मेरे हमदम।
ओ मेरी सनम !
मेरी ज़िंदगी मे आए जो तेरे कदम,
छा गया बस प्यार का हसीन मौसम,
सदा निभाते रहेंगे मोहब्बत के रस्म,
हम दोनों लेंगे यह अकाट्य कसम।
ओ मेरे हमदम !
तुम बिन मेरी गुमसुम आँखे हो जाएँ नम,
तुम ही लाए मेरे खामोश लबों में तबस्सुम,
तुम्हें देखकर मेरे तराने में आ जाए तरन्नुम,
तेरे लिए कभी भी मैं बन सकती हूँ शबनम।