फैसला अब तुमको करना होगा
फैसला अब तुमको करना होगा
फैसला अब तुमको करना होगा...
जाने कब तक हमारा दिल
यूँ ही तोड़ते रहोगे तुम,
जाने कब तक हमसे
दर्दे दिल का रोना लिखवाते रहोगे तुम,
यह जानते हो तुम कि
तेरे सिवा किसी के
ना हो पाएंगे हम,
फिर भी हम को सताने का
यह सिलसिला खत्म होने नहीं देते।
शब्दों को जोड़-जोड़ कर
लिखने का हुनर तो आ गया हमको,
शायर हमको तुमने दिल के
टुकड़े कर के बना ही दिया अब तो,
लोग भी अब हम से सवाल
करते हैं कितना दर्द लिखोगे,
अब तो थोडा-सा हँस लो
थोड़ी-सी जिंदगी जी लो,
जिंदगी के सफ़र की राहों में
हमारी मंजिल सिर्फ तुम हो,
फिर कैसे हम किसी और
को अपना साथी बना ले,
फैसला तो अब तुझको
करना है मेरे हमदम।