सपना
सपना
नींद आऐगी, तो सपने आऐंगे
कहा माँ ने बच्चे से
पता नहीं माँ ने ऐसा क्या सोचकर कहा
पर कहा माँ ने ऐसा
तो बच्चे को अच्छा लगा
बच्चा नींद से पहले सपने के बारे में सोचता रहा
सपने में एक गेंद होती
या एक गुलाब ही होता तो कितना अच्छा होता
बच्चे ने सोचा
बच्चे ने गेंद के बारे में सोचते हुऐ
उस दु:ख के बारे में सोचा
जो गेंद न होने की वजह से उसे सहना पड़ता है
बच्चा दु:ख के बारे में सोचते हुऐ
स्कूल चला गया
स्कूल में गुलाब का फूल खिला था
बच्चा गुलाब के बारे में सोचते हुऐ
मुस्कराया
बच्चे ने गुलाब का फूल तोड़ लिया
और माली से मार खाया
बच्चा मार खाने से नहीं
मारे खाने के बारे में सोचने से उदास हो गया
वह उदासी में अवसाद में नींद में समा गया
पता नहीं नींद में उसने क्या सोचा
क्या देखा
सपना देखा कि क्या देखा...।