दर्द भी मुस्कुराने पर मजबूर हो
दर्द भी मुस्कुराने पर मजबूर हो
न जाने क्यों कभी कभी..
हम आईने में अपनी इन
भिगी हुई आँखों से खुद को ही
देखने की कोशिश करते है
पर उन भिगी आँखों में हमें
अपना चेहरा भी कुछ
धुंधला-धुंधला सा दिखता है..!
इसी लिए हम हर एक पल
मुस्कुराने की कोशिश करते है
और मुस्कुराते रहते है..!
हमारी इन मुस्कराहट कि आड़ में
हमारा दर्द भी मुस्कुराता रहता है..!
हमें हमेशा अपनी मुस्कराहट से
हर एक पल हर एक समां को
खुशनुमा करते रहना चाहिए...
ताकि दर्द भी मुस्कुराने पर मजबूर होजाये
और लोग भी आप की खुशमिजाजी की मिशाल दे.
!#postiveindia