मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ
मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ
ऐसा तुमसे बहुत लोग कह चुके होंगे
इसलिए मैं ऐसा नहीं कहूँगा
मैं तुम्हारी खातिर घर-परिवार, दौलत छोड़ सकता हूँ
ये कहने वाले भी तुमको कई लोग मिल जाएंगें
इसलिए ऐसा भी मैं नही कहूँगा
मैं तुम्हारे लिए वक़्त आने पर अपनी जान दे सकता हूँ
ऐसा भी तुमसे कुछ लोग कहने की हिम्मत करेंगे
इसलिए मैं ऐसा बिल्कुल नहीं कहूँगा
एक बात जो कोई नहीं कहेगा
मगर मैं कहना चाहता हूँ
अब जब तुम मुझको नहीं चाहती तो
मैं तुमसे कभी भी मिलना नहीं चाहता
मिलन इश्क को सामान्य और
जुदाई इश्क को अमर कर देती है
मैं चाहता हूँ कि तुमसे बहुत प्यार करते हुए
घर-परिवार, दौलत से दूर
अपनी जान कुर्बान कर दूँ
आखिर जुदाई भी एक किस्म का प्रेम ही तो है