कबूल
कबूल
कबूल कर खुदा के हर फ़ैसले को इस कदर,
कि खुदा को भी तेरे हौंसले पर यकीन हो जाए।
इतनी शिद्दत पैदा कर अपनी इबादत में बंदे,
कि दुनिया जिसके अधीन है वो तेरे अधीन हो जाए।
फिर पहुंच ही जाती खुदा तक दुआ की आवाज़,
जब तेरे साथ हर जुबान पर आमीन हो जाए।
गम की गुलामी में खुदा के खिलाफ़ मत होना,
तेरी श्रद्धा की तुझसे ही ना तोहीन हो जाए।
बंद कर ले खुद को कुछ यूं बन्दगी के पिंजरे में,
कि तेरी रूह खुदा के सजदों की शौकीन हो जाए।
ऐसी तैयारी करके मंज़िल की तरफ़ निकलना बंदे,
कि तुझे खुदा से भी पहले खुद पर यकीन हो जाए।
उस बुलंदी तक तराश अपनी कला को तूं अशीश,
जिसमें तेरी छोटी-बड़ी खामी पर्दानशीन हो जाए
#postiveindia
ीश,