भगवन से प्रार्थना
भगवन से प्रार्थना
भगवन से प्रार्थना
अगले जन्म अगर बनाना, तू मुझको कोई फ़ूल
मेरी इच्छा है यही, बन जाऊं कपास का फ़ूल
न फिर चाहूँगा मैं उपवन, मुझे मिलेंगे खेत
दूर कहीं पर होंगे मुझसे, जीवन के संकेत
न होगी मुझ में कुछ खुश्बू, न होऊँ रंगीन
लेकिन काम आऊँगा सबके, मुझको है यह यकीन
अपने आप को जोड़-जोड़ कर, एक धागा बन जाऊँगा
अलग-अलग फूलों को ले कर, माला एक बनाऊँगा
या धागों को जोड़-जोड़ कर, एक कपड़ा बन जाऊँगा
लोगों के तन को ढक कर, किसी काम तो आऊँगा
लोग अगर मुझको रंग कर, ढक लें अपना तन
अगर वो न रंग पाए तो, बन जाऊँगा एक कफ़न
Mukesh Nirula