दर्द
दर्द
तुम्हारी चाहत तुम्हारा जुनून छाने लगा है
अब तुम्हारे संग जिदंगी का मज़ा आने लगा है।
इख्तियार नहीं रहता दिल पर
खामोशी जुबां बन जाती है !
तुम्हारा साथ हो मुश्किल डगर भी
राहगुज़र बन जाती है।
अब इस दर्द के कितने किस्से कहानी सुनाए
बस इतना जान लो मेरी नम आँखों
हर दिन एक नई सुबह
हर दिन एक नई शाम बन जाती है।
तुम्हारी चाहत तुम्हारा जुनून छाने लगा है
अब तुम्हारे संग
जिदंगी का मज़ा आने लगा है।