चुनावी मौसम
चुनावी मौसम
आ गया चुनाव
नेता जी तैयारी करने लगे ,
फिर एक बार जनता से
रिश्तेदारी करने लगे ।
छुप कर बैठे रहे थे जो अब तलक,
अब गली-गली जनता की अय्यारी करने लगे।
झूठ ज्यादा दिन नहीं चल पायेगा साहब,
वोट देते समय जनता समझदारी करने लगे ।
बहरे से बन बैठे थे जनता पुकार सुनी नहीं,
अब हर बात पे जनता से रायशुमारी करने लगे ।
हार को महसूस कर नेता जी चिन्तित हो गये,
रात -दिन जीतने को नेता जी मगजमारी करने लगे ।