जिंदगी और मौत
जिंदगी और मौत
हर इंसान को अपनीं जिंदगी प्यारी हैं,
पता है कि खत्म होनी सब की कहानी है।
कभी बचपन आता हैं कभी बुढ़ापा तो,
कभी चलती रहती बेखौफ जवानी है।
मानो या ना मानो मौत उस बला का नाम है,
जो हर किसी का यहाँ इंतजार कर रहीं हैं।
मौत अगर खुलेआम पीछा कर रहीं हैं तो,
जिंदगी भी सरेआम प्यार कर रही है।
ये सभी को पता है कि कल सुबह होगी पर,
आँखे खुलेंगी या नहीं ये हमें पता नहीं।
चाहने वाला आँखों के सामने होगा या नहीं,
ये भी हम सभी को पता तक नहीं।
जिंदगी की दौड़ में हर कोई खुश है पर,
मौत के नाम पर मचल रहे है
मौत ने कहा था एक दिन जिंदगी से कि,
मैं तुझे कभी नहीं भूल पाऊंगा।
याद रखना जब भी मिलने आऊंगा
तुझे भी अपने साथ लेकर जाऊंगा।