माँ
माँ
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घर की धुरी है माँ
दुआओं की कस्तूरी है माँ
सारी दुनिया सो जाती है
पर जागती है माँ
कांटों से भरे पथ में
फूलों की
क्यारी है माँ ,
कष्टों से भरे जीवन में
सुकूँ की गोद है माँ
भगवान के अनेक
रूपों मे एक रूप है माँ!