भगवान का भजन
भगवान का भजन
मेरी पत्नी
बहुत अच्छी है
दिल की
बहुत सच्ची है
हाँ थोडी सख्त़ है
भगवान की बहुत
बड़ी भक्त है
बिना पूजा-भजन
कुछ भी नहीं
खाती है
कोई कितना भी
रोके-टोके किसी
की मानती नहींं है
खाली पेट भले ही
गैस बन जाए
दर्द के मारे
परेशान हो जाए
किसी की भी
सुनती नहीं है
भगवान को
मैं भी मानता हूँ
आडंम्बर दिखावा
नहीं करता हूँ
भगवान से कुछ
पाने के लिये
दर-दर नहीं
भटकता हूँ
चारो धाम की यात्रा
पर जाने का
विरोध करता हूँ
भगवान को प्रसाद
के अलावा कुछ भी
चढ़ावा चढ़ाने का
विरोध करता हूँ
भगवान को पाने
भजन करो
भक्ति करो
श्रध्दा त्याग करो
भगवान
स्वयं दर्शन देने
आपके पास आएंगे
और मुँह माँगा
वरदान दे जाएंगे
बड़े-बड़े ऋषि
मुनियों ने भक्ति कर
भगवान को अपने
पास में बुलाया है
और मन चाहा
वरदान पाया है
मैं भी किस्मत
और भगवान को
श्रध्दा से मानता हूँ
दिखावा आडम्बर
न ही करता हूँ
न ही उसके पक्ष
मैं रहता हूँँ
बस भगवान की
भजन श्रध्दा उन
पर मन से विश्वास
ज़रूर करता हूँँ।