माँ
माँ
माँ मैं बड़ा होकर तेरा सहारा बनूँगाा।
तेरा बेटा जग में सबसे प्यारा बनूँगा!
तेरी हर कमी को पूरा कर एक दिन
तेरे अंधियारे जीवन का उजियारा बनूँगा!
तेरे संस्कार का परचम माँ जग देखेगा!
तेरी पूजा करूँगा मैं कि रब देखेगा!
रखूँगा कदम उच्च शिखर पर एक दिन
कि हर आने वाला मेरा पग देखेगा!
तेरे आँचल को कभी नहीं भीगने दूँगा!
तेरे ख्वाबों को कभी नहीं टूटने दूँगा!
है इस जग में मेरी माँ तू ही बस एक
खुद से कभी नहीं तुझे रूठने दूंगा!
मुझसे तेरा हर अरमान मुकम्मल होगा!
हँसता मुस्कुराता हुआ तेरा पल होगा!
आशीष बनाये रखना तू सदा मुझ पर
आज से बेहतर आने वाला कल होगा!
जीत सकूँ नहीं जग की दौलत तेरे दिल में कहीं जगह मिले!
करूँ ग़लतियाँ जितनी भी हर ग़लती की सजा मिले!
बनकर तेरा सेवक संग तेरे बर्ताव करूँ मैं ऐसा
कि बाद फ़ना होने के जीने की वजह मिले!
माँ बस इतनी जुस्तजू रखना तू ऊँचा तेरा नाम करूँ!
रहे आशीर्वाद तेरा होकर बड़ा जग में ऐसा काम करूँ!
है सदा चलूँ मैं सच के पथ पर कठिन परिश्रम कर
नहीं किसी का दिल दुखे नहीं किसी का कष्ट बनु!