अपनी ही नींद सोना
अपनी ही नींद सोना
जिंदगी में अपनी ही नींद सोना मित्रों।
बस रूहानियत में तल्लीन रहना दोस्तों।
इशरत की आरज़ू में पाक इरादों को,
प्रवाहित रखना मेरे दोस्तों।
दुआओं के रथ पर आरूढ रहकर
धैर्य,शौर्य,ज्ञान में
सामंजस्य बनाए रखना दोस्तों II
जिंदगी को इतना बोझिल न बनाओ मित्रों कि,
वो प्रश्न कर बैठे मुझे अलविदा कब कहोगे?
जिंदगी को इतना खुशनुमा बनाओ मित्रों कि,
वो प्रश्न पूछ बैठे मुझसे अलविदा तो न लोगे?