हिंदी भाषा है सदियों पुरानी
हिंदी भाषा है सदियों पुरानी
जाए किधर हम हिंदी भाषा के बिना
सादगी सरलता सुंदरता है हमारी हिंदी में
चहूँ ओर है हिंदी भाषा का ही ठिकाना
लगी है यह भारत माता की बिंदी में..!
हिंदी भाषा है सदियों पुरानी
हिंदुस्तान की आन बान और शान है
इस हिंदी के मिलन से नहाए सभी
बढ़ाए आज हिंदी दिवस पर मान है..!
यह हिंदी मतवाली मनोहारी सृजन है
नया कोई आवे वही हिंदी भाषा को पहचाने है
नीचे पाताल में ऊपर पहाड़ों पर भी
हिंदी भाषा का ही अपना बोलबाला है..!
हिंदी है अविचल अविनाशी अटल
सब को लुभाती करती मनभावन है
मधुर भाषा हिंदी को हम घोल कर पीए
करती रहे जीव्हा सदा हिंदी का अमृतपान है..!
हम सब हिंदी के है आशिक पुराने
हिंदी को घोल कर विश्व में है पीनी
कई हुए हैं समृद्ध भूमंडल में ज्ञानी
जनता देती है हिंदी पर मन से कुर्बानी ..!
हिंदी धरोहर है देश की और सम्मान है
करना है हमें हिंदी पर अभिमान है
सभी धर्म और सभी पंथ को यह बोली
बोलना है यही एकमात्र अभियान है..!