Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Habib Manzer

Drama

2  

Habib Manzer

Drama

क़यामत

क़यामत

1 min
1.4K


क़यामत के बारे में क्या सोचना है

यहाँ भी क़यामत, वहाँँ भी क़यामत

हसीन चाँद चेहरों ने दिल मेरा लूटा

परी ख्वाब में, हूरें वा की क़यामत


तमन्ना जिगर दिलरुबा नाज़नीन भी

मोहब्बत अदावत सनम की क़यामत

मिलन पर खुशी आशिको को मिली है

बिछड़ना सनम चाहतो मे क़यामत


अमीरी हुकूमत शहंशाह रियासत

कोई भूखा बच्चा है गुर्बत क़यामत

जिसे दिल समझता है अपना हमेशा

वही दिल दुखाता ग़ज़ब है क़यामत


क्यों मंज़र हसीन ख्वाब देखे तुम्हारा

बग़ावत मोहब्बत ज़माना क़यामत !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama