निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना ।
निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना ।
निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना ।
माँ वाली लोरी तू , मुझको सुना जा ना ॥
न सोऊँ मैं तो , तू डाँट लगा देना ।
प्यार भरी थपकियों से माथा सहला देना ॥
गर्मी लगे मुझे तो , आँचल लहरा देना ।
सपने में डर जाऊँ तो, सीने लगा लेना ॥
निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना ।
माँ वाली लोरी तू , मुझको सुना जा ना ॥
खेल के जो देर से आऊँ , थप्पड़ लगा देना ।
खाना खिला के हाथोँ ,से मुझको सुला देना ॥
सुबह अगर न उठूँ तो गोद में उठा लेना ।
दर्द या चोट लगे तो दवा तू लगा देना ॥
निंदिया चुपके से, अँखियों में आ जा ना ।
माँ वाली लोरी तू , मुझको सुना जा ना ॥